देवास भोपाल फोर लेन प्रबंधन ने किया स्पस्टीकरण।


आज देवास भोपाल फोर लेन प्रबंधन ने “नियमों को ‘रोड’ पर रख चल रहा अव्यवस्था का टोल” के संदर्भ में यह स्पष्ट किया है कि संबंधित टोल प्लाजा पर ऑपरेटिंग सिस्टम पूर्णतः सुचारू एवं कार्यशील है। तथापि, लगभग 30% वाहनों द्वारा भारत सरकार के निर्देशानुसार फास्टैग (FASTag) का उपयोग नहीं किए जाने के कारण विशेषकर सुबह एवं शाम के पीक आवागमन समय तथा सप्ताहांत में कुछ समय के लिए जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। यह भी तथ्य है कि औसतन लगभग 30 % वाहन प्रतिदिन ऐसे पाए जाते हैं जो फास्टैग का उपयोग नहीं करते, जबकि फास्टैग प्रत्येक वाहन के लिए अनिवार्य किया गया है। राज्य स्तरीय टोल प्लाज़ाओं पर डबल पेनल्टी (Double Penalty) वसूली का प्रावधान न होने के कारण इन वाहनों से मैनुअल भुगतान प्रक्रिया अपनानी पड़ती है, जिससे अस्थायी रूप से कतार (Queueing) बन जाती है। इसके अतिरिक्त, लगभग 12 % वाहनों के चालकों द्वारा टोल शुल्क का भुगतान करने से इंकार किया जाता है, तथा वे टोल कर्मियों के साथ वाद-विवाद की स्थिति उत्पन्न करते हैं, जिससे कभी-कभी टोल संचालन भी प्रभावित होता है। ऐसी परिस्थितियों को नियंत्रित करने हेतु टोल प्लाजा प्रबंधन द्वारा सतत प्रयास किए जा रहे हैं तथा स्थानीय प्रशासन से भी समन्वय स्थापित किया गया है।

यह स्पष्ट किया जाता है कि टोल संचालन व्यवस्था सामान्य रूप से कार्यरत है एवं सभी लेन फास्टैग सुविधा से सुसज्जित हैं। उपरोक्त स्थिति केवल फास्टैग रहित वाहनों एवं असहयोगी चालकों के कारण उत्पन्न होती है। भविष्य में ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए टोल प्रबंधन द्वारा सूचना पट्ट लगाए जा रहे हैं तथा फास्टैग अनिवार्यता के प्रति जन-जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है। टोल प्रबंधन प्राधिकरण, देवास–भोपाल राजमार्ग।


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