मनरेगा अभियंता संघ मध्यप्रेदश ने आठ सुत्रीय मांगों को लेकर पुन: सौंपा ज्ञापन


सीहोर। मनरेगा अभियंता संघ के सभी मनरेगा उपयंत्री विगत दस दिवस से अपनी 8 सूत्रीय मांगो के लेकर अवकाश पर हैं। परन्तु आज दिनाँक तक शासन एवं प्रशासन की ओर से समाधानकारक परिणाम ना आने से मानसिक अवसाद में हैं। चूंकि मनरेगा उपयंत्री विगत कई वर्षों से विभिन्न संघठनो के बेनर तले अपनी मांगो को लेकर शासन को अवगत कराता रहा है। किन्तु मांगो की पूर्ति न होकर मनरेगा उपयंत्री निरंतर शोषण का शिकार होता रहा है।

मनरेगा उपयंत्री 10 दिवसीय सामूहिक अवकाश उपरांत अनिश्चित कालीन कलमबंद आंदोलन पर रहेंगे

हमारी मांगे निम्न प्रकार से हैं :-

1. संविदा पारिश्रमिक की गणना नियुक्ति दिनांक की सेवा अवधी से समकक्ष सेवा अवधि वाले नियमित उपयंत्री के वेतन के समतुल्य करने एवं तदनुसार वार्षिक वेतन वृद्धि भी मिलने के आदेश तत्काल जारी हो ।

2. मनरेगा उपयंत्री की मृत्यु होने पर आश्रितो को अनुकंपा नियुक्ति मिलने के आदेश तत्काल जारी हो ।

3. मनरेगा उपयंत्रियों को किसी भी प्रकरण में पद से पृथक किये जाने के स्थान पर निलंबित किए जाने का आदेश तत्काल जारी हो ।

4. जिला या प्रदेश स्तर पर आर.ई.एस. एवं मनरेगा के उपयंत्रियों की संयुक्त वरिष्ठता सूची अनुसार सहायक यंत्री के प्रभार दिए जाने के आदेश जारी हो (अधिकांश जिलों में आर.ई.एस. के जूनियर उपयंत्रियों को सहायक यंत्री का प्रभार मिला हुआ है)। 5. नियमित कर्मचारियों की भांति मनरेगा उपयंत्री हेतु उपादन ( ग्रेजुएटी) भुगतान के आदेश तत्काल जारी हो एवं 1 अगस्त 2023 के बाद मृत या सेवानिवृत हुए उपयंत्रियों को भी इसका लाभ देने के आदेश हो ।

6. संविदा सेवा का नवीनीकरण एक वर्ष नहीं 5 वर्ष की सी. आर. के आधार पर हो ताकि वित्तीय वर्ष के आखिरी में उपयंत्रियों का शोषण ना हो ।

7. मनरेगा उपयंत्रियों से केवल और केवल तकनिकी कार्य ही कराये जाये। एवं चूँकि मनरेगा माँग आधारित योजना है, इसे लक्ष्य आधारित योजना बनाकर उपयंत्रियों का शोषण बंद किया जाये।

8. मनरेगा के उपयंत्रियों का भी अपना परिवार होता है जिसका पोषण उसकी जिम्मेदारी होती है। अत: माह की प्रथम तारीख को वेतन मिल जाये, यह सुनिश्चित किया जाये।


आंदोलन अवधि में मनरेगा अभियंता संघ की मांगो का निराकरण ना होने पर तथा संविदा उपयंत्रियों के विरुद्ध दमनात्मक / दंडात्मक कार्यवाही किये जाने के फलस्वरूप यदि मनरेगा के 1335 उपयंत्रियों एवं उसके परिवार को किसी प्रकार की शारीरिक एवं मानसिक क्षति पहुंचती है, या कोई घटना घटती है, तो इसके लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला कलेक्टर, आयुक्त मनरेगा, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास सहित संपूर्ण रूप से शासन प्रशासन की जिम्मेदारी होगी।

इस अवसर पर मनरेगा उपयंत्री प्रियंका बघेल, प्रमोद राठौर पुष्पेन्द्र रावत, पंकज साहू, अनिल गुप्ता, अतुल मिश्रा, अनुराधा शर्मा, नौमान उर रहमान, अनिल खरे संजीव गोस्वामी अखिल मंगल हरिओम कुमरे सुदेश गहरवार डी पी अहिरवार अशोक पटेल प्रशांत चौरसिया पुरुषोत्तम अग्रवाल आदि उपस्थित थे ।



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