एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) योजना खोल रही किसानों के समृद्धि के द्वार


सीहोर, 02 मई, 2025   प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में देश और प्रदेश में कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए सरकार विशेष प्रयास कर रही है। किसानों की आय बढ़ाने, उनकी खेती को उन्नत बनाने और आधुनिक तकनीकों को खेतों तक पहुँचाने के लिए अनेक प्रभावी योजनाएं चलाई जा रही हैं। बागवानी विभाग की एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) योजना भी उन्हीं योजना योजनाओं में से एक है। इस योजना का उद्देश्य बागवानी फसलों जैसे फल, सब्जियाँ, मसाले, फूल और औषधीय पौधों के क्षेत्र में संरचित विकास करना है। इस योजना के तहत किसानों को 01 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए 32 हजार रूपये की कुल लागत पर 16 हजार रूपये की अनुदान राशि प्रदान की जाती है। इसके साथ ही इस योजना के तहत तकनीकी मार्गदर्शन, अनुदान सहायता और उन्नत तकनीकों का लाभ दिया जाता है।

 सीहोर जिले के ग्राम सारंगाखेड़ी निवासी किसान श्री अनिल कुशवाह भी उन्हीं किसानों में से एक हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ मिला है। किसान श्री अनिल कुशवाह ने बताया कि पहले वे पारंपरिक तरीके से खेती करते थे। मौसम की मार, पानी की कमी और बढ़ती लागत से उत्पादन पर असर पड़ता था। लेकिन जब उन्हें बागवानी विभाग की एकीकृत बागवानी विकास मिशन (एमआईडीएच) योजना के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने इसके लिए आवेदन किया। योजना के अंतर्गत श्री अनिल ने खेती में प्लास्टिक मल्चिंग तकनीक को अपनाया। प्लास्टिक मल्चिंग एक ऐसी तकनीक है, जिसमें खेत में पौधों के चारों ओर जमीन को एक विशेष प्रकार की प्लास्टिक शीट से ढक दिया जाता है। इसके नमी संरक्षण, खरपतवार नियंत्रण, मिट्टी की गुणवत्ता बनाए रखना और फसल को रोगों से बचाना सहित अनेक फायदे हैं।

  किसान श्री अनिल कहते हैं कि प्लास्टिक मल्चिंग से मेरी फसल की सेहत सुधरी है। पानी की खपत भी कम हुई है और उत्पादन में वृद्धि हुई है। अब मुझे पहले से कहीं ज्यादा मुनाफा हो रहा है। वे अन्य किसानों को भी इस योजना का लाभ लेने और आधुनिक तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। किसान श्री अनिल कुशवाह ने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को धन्यवाद दिया।

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