सीहोर। आंखों की समस्या आजकल हर किसी को परेशान करती है, लेकिन जब बात गरीब और असहाय तब के की आती है तो उनकी मुश्किलें और भी बढ़ जाती हैं. उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं होते और ऐसे में कई बार लोगों को अपना दवा-इलाज कराना भी मुश्किल हो जाता है. वैसे तो अब कम उम्र के लोगों में आंखों से जुड़ी तमाम दिक्कतें हो जाती हैं लेकिन काफी बुजुर्गों को आंख की रोशनी से जुड़ी दिक्कत होती ही है. पैसों की कमी के चलते कई बार वो समय पर आंखों का इलाज भी नहीं करा पाते. ऐसे लोगों के लिए एक दिवसीय नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन आगामी 30 दिसंबर दिन रविवार को प्रात: 11:00 बजे से सांय 3:00 बजे तक तहसील चौराहा स्थित मानक बाग पर आयोजित किया जा रहा है एक प्रेरणादायक कदम उठाया है सामाजिक संस्था अग्रसोच सोशल फाऊंडेशन ने इस वर्ष नगर सेठ स्वर्गीय मानक चंद रूठिया की स्मृति में उनके पुत्र समाजसेवी विवेक रूठिया द्वारा किया जा रहा है, इससे हजारों गरीबों को मदद मिलेगी समाजसेवी विवेक रूठिया, जिन्होंने अपने पिता के बताए रास्ते में चलकर इस मुहिम की शुरुआत की है। उनके द्वारा एक विशाल नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें लोग बिना किसी शुल्क के अपनी आंखों का इलाज करा सकते हैं. यह कैंप खासतौर पर उन गरीब और असहाय लोगों के लिए है जिनके पास अपनी आंखों का इलाज करवाने के लिए धन नहीं होता. इस बार यह कैंप 30 दिसंबर दिन रविवार को सुबह 11 बजे से लगेगा।
मुफ्त होगा नेत्र का इलाज
समाजसेवी विवेक रूठिया ने शिविर के पहले आज शुक्रवार को एक प्रचार रथ को रवाना किया। नागरिकों को शिविर के संदर्भ जानकारी देगा इस अवसर पर प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार ए.आर.शेख मुंशी, समाजसेविका प्रेमलता राठौर, शिविर के सूत्रधार आशीष गुप्ता, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती सीमा सक्सेना, पुरुषोत्तम मीणा आदि उपस्थित रहे रथ को रवाना करते हुए कहा कि इस कैंप का उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी वर्ग या समुदाय से हो आंखों की समस्या के इलाज से वंचित न रहे। इस कैंप में न केवल नेत्र परीक्षण, बल्कि ऑपरेशन और दवाइयां भी नि:शुल्क प्रदान की जाती हैं. खास बात यह है कि ऑपरेशन के लिए आने-जाने का खर्च भी कैंप द्वारा वहन किया जाता है.
कार्यक्रम के आयोजक आशीष गुप्ता ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य मोतियाबिंद के मरीजों का नि:शुल्क इलाज करना है। उनका कहना है कि यह कैंप किसी भी व्यक्ति के लिए खुला है और सभी को इसका लाभ उठाने का मौका मिलेगा। कैंप में शामिल होने के लिए इन बातों का रखें ध्यान कि मोतियाबिंद के मरीजों को ऑपरेशन के लिए उसी दिन सेवा सदन संत हिरदाराम नगर भेजा जाएगा। हालांकि, ऑपरेशन के लिए कुछ शर्तें भी हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है। ऑपरेशन के लिए आधार कार्ड की एक फोटो कॉपी लानी होगी और घर के किसी सदस्य का मोबाइल नंबर भी देना होगा। इसके बाद, ऑपरेशन के एक महीने बाद फॉलो-अप के दौरान मरीजों को नि:शुल्क चश्मा भी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पात्र नेत्र रोगियों को दवाइयां और चश्मा नि:शुल्क दिया जाएगा।

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