सीहोर, 11 नवंबर 2025 कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर कृषि, सहकारिता, खाद्य नागरिक आपूर्ति, मार्कफेड और खाद्य सुरक्षा विभाग की गतिविधियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से जिले में संचालित योजनाओं की स्थिति, अब तक की प्रगति तथा आगामी कार्ययोजना की जानकारी ली। बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक समय पर पहुँचना चाहिए, इसके लिए अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाएं। उन्होंने कहा कि जनता से जुड़े कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या विलंब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में किसानों को खाद की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। किसानों को खाद के लिए परेशान न होना पड़े इसके लिए खाद का पर्याप्त स्टॉक रखा जाए और वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाया जाए। उन्होंने मार्कफेड अधिकारियों को निर्देश दिए कि वितरण केन्द्रों पर स्टॉक की नियमित निगरानी करें और समय-समय पर निरीक्षण करते रहें। उन्होंने भावांतर योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि मंडियों में सोयाबीन का उपार्जन सुचारू रूप से चल रहा है, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य मिले। मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए पेयजल, तौल व्यवस्था और रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था दुरुस्त रखी जाए। उन्होंने कृषि विभाग को यह भी निर्देश दिए कि जिले के सभी पात्र किसानों को विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिले में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि राशन दुकानों का सत्यापन कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि राशन दुकान समय पर खुले। उन्होंने ई-केवाईसी का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि राशन वितरण में किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित अधिकारियों एवं सेल्समैन के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने यह भी कहा कि राशन दुकानों से प्रदाय किया जाने वाला अनाज उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए तथा तौल मशीनों की सटीकता की जांच समय-समय पर की जाए।
बैठक में खाद्य सुरक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कहा कि जिले में विक्रय होने वाली खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता की निरंतर जांच की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि खाद्य निरीक्षक टीमों द्वारा होटलों, मिठाई दुकानों, डेयरी उत्पाद विक्रेताओं और थोक खाद्य व्यापारियों के प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया जाए। अमानक खाद्य सामग्री पाए जाने पर संबंधित पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए और इस संबंध में नागरिकों को भी जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा दोनों ही जनस्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे हैं, इसलिए अधिकारी इसे सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखें।
बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें, जिससे योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का वास्तविक उद्देश्य तभी पूरा होगा जब उसका लाभ समय पर अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में जाएं, जनता से संवाद स्थापित करें और शिकायतों का तत्काल निराकरण करें।
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