सीहोर, 25 अक्टूबर, 2025 सभी विभाग पारदर्शिता, जवाबदेही और समयबद्धता के साथ कार्य करें। जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि शासन की प्रत्येक योजना का लाभ सीधे आमजन तक पहुंचे और विकास कार्यों में गति बनी रहे। यह बात कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित टीएल बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा के दौरान सभी अधिकारियों से कही। कलेक्टर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने सभी विभागों के समय-सीमा वाले प्रकरणों और सीएम हेल्पलाइन में लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और समय सीमा के भीतर सभी प्रकरणों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण करने के निर्देश दिए। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतें प्राथमिकता से बंद कराएं।
बैठक में सबसे पहले नेशनल हाईवे और रेलवे परियोजनाओं के लिए किए जा रहे भू-अर्जन, मुआवजा वितरण तथा कब्जा दिलाने की प्रगति की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि अधिग्रहित भूमि से संबंधित सभी प्रकरणों को नियमानुसार और पारदर्शी ढंग से शीघ्र निपटाया जाए, ताकि विकास परियोजनाओं में किसी प्रकार की देरी न हो। कलेक्टर ने गीता भवन के लिए उपयुक्त भूमि चयन एवं आवंटन की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने शहरी और ग्रामीण विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए बारिश में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये, ताकि नागरिकों को आवागमन में कोई परेशानी न हो।
भावांतर योजना की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि किसानों को उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए योजना का संचालन प्रभावी, पारदर्शी और सुचारू रूप से किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मॉडल रेट निर्धारित सीमा से नीचे नहीं आने पाए, इसके लिए मंडियों में नियमित निगरानी रखी जाए। कलेक्टर ने योजना के सफल संचालन हेतु कंट्रोल रूम स्थापित करने और किसानों की शिकायतों के तत्काल निराकरण की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्य किसानों को राहत राशि और भावांतर योजना का लाभ दिलाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। कलेक्टर ने सोयाबीन फसल के सत्यापन एवं फसल क्षति की प्रविष्टियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी राजस्व अधिकारी सोयाबीन फसल क्षति की एंट्री पूरी करें।
कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने पराली (नरवाई) जलाने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए कृषि विभाग और राजस्व अमले को निर्देशित किया कि वे किसानों के बीच जनजागरूकता अभियान चलाएं और ऐसे मामलों पर सख्त निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि पराली जलाना पर्यावरण के साथ-साथ मृदा की उर्वरता के लिए भी नुकसानदायक है, इसलिए इस पर प्रभावी रोक लगाई जाए। उन्होंने पराली जलाने वाले किसानों के विरुद्ध कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने रबी सीजन की तैयारियों पर चर्चा करते हुए खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि खेतों में पानी रोकने के लिए बोरी बंधान के कार्य शीघ्र पूर्ण कराए जाएं, ताकि सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध रह सके।
बैठक में उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की जानकारी लेते हुए कहा कि अनुदान राशि और लाभ समय पर हितग्राहियों के खातों में जमा किए जाएं। किसी भी स्थिति में शासन की योजनाओं का लाभ विलंब से नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को अपने कार्यालय को स्वच्छ रखने, दस्तावेजों का संधारण बेहतर ढंग से करने और पौधे लगाने के निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती सर्जना यादव, अपर कलेक्टर श्री वृंदावन सिंह, संयुक्त कलेक्टर सुश्री वंदना राजपूत, एसडीएम श्रीमती स्वाती मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर श्री जमील खान सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
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