राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से नन्हें कृष्णा को मिली नई मुस्कान


सीहोर, 30 अगस्त, 2024  केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) और बाल हृदय योजना भी उन्हीं योजनाओं में से एक है। यह योजनाएं बच्चों के जीवन को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इसी के अंतर्गत सीहोर के गल्ला मंडी, फ्री गंज निवासी श्री वरूण गौर और श्रीमती सावित्री गौर के बेटे कृष्णा को नया जीवन मिला।

     कुछ समय पहले कृष्णा को तेज़ निमोनिया की शिकायत के कारण जिला अस्पताल सीहोर में भर्ती कराया गया। इलाज और जांच के दौरान चिकित्सकों ने पाया कि उसके दिल में छेद है। यह जानकारी परिवार के लिए बेहद चिंता का विषय थी, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और बाल हृदय योजना के बारे में बताया और तत्काल जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (डीईआईसी) से जोड़ा।

   बच्चे की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक प्रक्रिया पूरी की और योजना के अंतर्गत एक लाख 70 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई। विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में कृष्णा का ऑपरेशन कराया गया, जो सफल रहा।आज बालक कृष्णा सामान्य जीवन जी रहा है और उसका स्वास्थ्य भी बेहतर हो रहा है। इसके साथ ही, आरबीएसके टीम और डीईआईसी केंद्र द्वारा उसका नियमित फॉलोअप जारी है ताकि आगे भी उसका स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।नन्हें कृष्णा की यह कहानी कई अन्य परिवारों को भी यह विश्वास दिलाती है कि गंभीर बीमारियों की स्थिति में जिला चिकित्सालय और स्वास्थ्य विभाग हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।

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