सीहोर, 01 जुलाई, 2025 शासन के निर्देशानुसार वर्षाकाल के दृष्टिगत सर्पदंश की घटनाओं के नियंत्रण एवं बेहतर प्रबंधन के लिए जिले की सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं को को एंटी वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमएचओ सुधीर डेहरिया ने बताया कि सर्पदंश की घटनाओं से होने वाली हानि के रोकने के लिए जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी संस्था में एंटी वेनम का आवश्यकतानुसार 03 माह का स्टॉक उपलब्ध रखें। ताकि सर्पदंश के बाद जल्द से जल्द मरीज को एंटी वेनम दिया जा सके और उनकी जान बचाई जा सके।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजनों से यह अपील की गई है कि यदि सर्पदंश की घटना होती है तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जल्द से जल्द एंटी वेनम लें, ताकि जानमाल के खतरे को रोका जा सके। इसके साथ ही सर्पदंश होने पर मरीज को झाड़-फूंक या देसी इलाज की बजाय तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाये, क्योंकि पहला एक घंटा गोल्डन आवर होता है, जिसमें मरीज की जान बचाने की संभावना अधिक से अधिक होती है। उल्लेखनीय है कि वर्षा ऋतु में सांपों के प्राकृतिक आवासों में जलभराव हो जाने से वे मानव बस्तियों की ओर आ जाते हैं, जिससे सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों, खेतों, नदी किनारे एवं बस्तियों की परिधियों में यह खतरा अधिक होता है।
सर्पदंश से बचाव के उपाय
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्पदंश से बचाव के लिए उपाय बताए गए हैं। सर्पदंश से बचाव के लिए खेत और जंगल में काम करते समय मोटे जूते और दस्ताने अवश्य पहनें। घरों के आस-पास सफाई रखें और घास तथा झाड़ियों से साफ सफाई रखें ताकि विषैले जीव न छुप सके। पशुपालकों पशुशालाओं में सुरक्षा के इंतजाम करें और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करें। सांपो के छिपने की संभावित जगह जैसे पेड़, गढ्ढे आदि से सतर्क रहें। रात्रि में सोते समय बिस्तर को जमीन से ऊंचा रखें। रात्रि में बाहर जाते समय टॉर्च का उपयोग करें।

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