जगत पालक भगवान विष्णु करेंगे चार माह विश्राम- पंडित शर्मा देवशयनी एकादशी से प्रारंभ होगा चर्तुमास


सीहोर। आषाढ़ मास शुक्लपक्ष रविवार 6 जुलाई देवशयनी एकादशी से जगतपालक भगवान विष्णु चार माह तक पाताक लोक में शयन करेंगे, तदोउपरांत कार्तिक मास शुक्लपक्ष देव उठनी एकादशी एक नम्बर शनिवार से शयनक्रिया से जागकर सृष्टि का संचालन करेंगे। देव शयनी एकादशी से जगतपालक भगवान विष्णु सृष्टि के संचालन का कार्यभार देवादिदेव महादेव को प्रदान करेंंगे। चतुर्मास की अवधी पूर्ण होने पर भगवान शंकर सृष्टि का संचालन जगत पालक भगवान विष्णु को पुन: प्रदान करेंगे।


पंडित सुनील शर्मा ने बताया कि चतुुर्मास में शिव परिवार के उत्सव आषाढ़, श्रावण,भाद्रपद व कांर्तिक मास में मनाए जाऐंगे। सर्व प्रथम भगवान शंकर जी का प्रिय श्रावण मास कृष्णपक्ष प्रतिपदा एकम दिन शुक्रवार 11 जुलाई से प्रारंभ होगा तथा श्रावण मास के शुक्ल पक्ष पूर्णीमा शनिवार रक्षा बंधन 9 अगस्त को पूर्ण होगा। शिव भक्त श्रावण मास में शिवशक्ति की कृपा प्राप्ती के लिए रूद्धाभिषेक, पार्थिव शिवलिंग, कांवड यात्रा करते है,इस बार श्रावण मास पूरे तीस दिवस का रहेगा।


नवरात्रि पर्व दस दिवसीय होगा


पंडित सुनील शर्मा ने बताया कि भादप्रद मास में भक्तों के द्वारा शुक्लपक्ष चर्तुथी बुधवार 27 अगस्त को भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाऐं स्थापना की जाएंगी। भक्तों के द्वारा भगवान गणेश का उत्सव मनाया जाएगा, गणेशोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी शनिवार को होगा। नवरात्रि पर्व इस बार दस दिवसीय होगा अश्विन मास में शुक्लपक्ष प्रतिपदा एकम सोमवार 22 सितंबर को जगतजननी मां भगवती के नवरात्रि पर्व का शुभारंभ होगा। नवरात्र का समापन नवमी बुधवार एक अक्टुबर को होगा और 2 अक्टुबर को विजय दशमी पर्व मनाया जाएगा। चतुर्मास में प्रकाश उत्सव पर्व दिपावली कार्तिक मास में कृष्णपक्ष शनिवार 18 अक्टुबर को धनतेरस से प्रारंभ होगा और 20 अक्टुबर को दिपावली व गुरूवार 23 अक्टुबर को भाईदूज के साथ दीपोत्सव पूर्ण 


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