सीहोर। अखिल विश्व गायत्री परिवार के मार्गदर्शन में होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के चार दिवसीय भव्य आयोजन की शुरूआत कलश यात्रा से आरंभ किया गया। इस मौके पर भव्य शोभा कलश यात्रा शहर के नदी चौराहे गायत्री शक्तिपीठ से आरंभ हुई। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में बालिकाएं और महिलाएं कलश धारण कर चल रही थी, इस मौके पर अनेक स्थानों पर सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रवासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा में महिलाएं पीले वस्त्र पहनकर चल रही थी। गायत्री परिवार शामिल थे। बग्घी में मां सरस्वती व गायत्री परिवार प्रेरणास्रोत आचार्य श्रीराम शर्मा व भगवती शर्मा की तस्वीरों के अलावा चार झांकी निकाली गई।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के मार्गदर्शन में रविवार की शाम से शहर के सैकड़ाखेड़ी मार्ग माधव आश्रम के पास होने रहे चार दिवसीय 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ की शुरुआत कलश यात्रा से हुई। यज्ञ के प्रथम दिन सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और बालिकाएं सर पर कलश रखकर शोभायात्रा में शामिल हुई। यज्ञ स्थल से गाजे बाजे के साथ भारत माता की जय, गायत्री माता की जय और हम बदलेंगे युग बदलेगा के जय घोष के साथ जल भरा। जनकल्याण की भावना से ओत प्रोत विश्व वसुधा के कल्याण की कामना करते हुए सभी महिलाएं, युवा और समाज के सभी उम्र वर्ग के लोग यज्ञ स्थल तक पहुंचे। रविवार से 30 अपै्रल तक चलेगा। यज्ञ के संचालन के लिए गायत्री तीर्थ, शांतिकुंज हरिद्वार, उत्तराखंड से सदस्य टोली यज्ञ स्थल पहुंची है। इस मौके पर गायत्री परिवार ने यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यज्ञ सत्प्रवृत्ति संवर्धन और दुष्ट प्रवृत्ति उन्मूलन के उद्देश्य से है। गुरु का ज्ञान जीवन की असली पूंजी बने। जिसके सहारे सभी व्यक्ति भ्रम और दुखों से दूर हो। उपजोन समन्वयक आरपी हाजरी और जिला कार्यक्रम संयोजक श्रीमती रमिला परमार ने बताया कि शहर के इतिहास में पहली बार भव्य आयोजन किया जा रहा है।
अब सोमवार की सुबह पांच बजे से ध्यान साधना एवं प्रज्ञा योग का आयोजन किया जाएगा। वहीं सात बजे से यज्ञ का ज्ञान-विज्ञान देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ के अलावा दोपहर दो बजे नव दंपति शिविर, दोपहर तीन बजे युवा जागरण एवं जैविक कृषि गोपालन पर विशेष उद्बोधन और शाम छह बजे नारियों जागों स्वयं को पहचानों विशेष उद्बोधन किया जाएगा। मंगलवार को सुबह पांच बजे ध्यान साधना एवं प्रज्ञा योग, सुबह सात बजे संस्कार परंपरा गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, दोपहर दो बजे नारी जागरण एवं कन्या कौशल शिविर, शाम पांच बजे से संगीत प्रवचन, विराट दीप महायज्ञ और रात्रि सात बजे से मुख्य अतिथि शैफाली पंड्या दीदी शांतिकुंज-हरिद्वार का विशेष उद्बोधन एवं राष्ट्र समर्थ और सशक्त कैसे बजे सप्त आंदोलन के विषय में किया जाएगा और बुधवार को सुबह पूर्णाहुति एवं प्रसादी का वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समस्त संस्कार एवं विवाह संस्कार निशुल्क कराए जाऐंगे।
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