सीहोर। शहर के बस स्टैंड के समीपस्थ टाउन हाल में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चौथे दिन भी जारी है। कर्मचारियों ने चरणबद्ध आंदोलन के तहत भीषण गर्मी में भी अपनी मांगों को लेकर डटे हुए है। शुक्रवार को विधायक कार्यालय में दोपहर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। गुरुवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ को प्रदेश संयोजक विजय टक्कर और आरबीएसके के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. लोकेश दबे आदि के नेतृत्व में हड़ताल के पहले आतंकवाद की घटना में मृतकों को श्रद्धांजली अर्पित की गई और इस हमले की निंदा की।
कर्मचारियों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणा और सामान्य प्रशासन विभाग की संविदा नीति 2023 के अनुसार एनएचएम कर्मचारियों को लाभ नहीं मिल रहा है। उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, हड़ताल जारी रहेगी। अपनी मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण जिलेभर में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हुई। हड़ताल के चलते जिले के 162 हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर पर ग्रामीण जनों को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल सकी। इसी तरह जिले के 20 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, 7 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित 3 सिविल अस्पतालों एवं जिला चिकित्सालय में भी स्वास्थ संवाएं प्रभावित हुई। जिला अस्पताल और सिविल अस्पताल में वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गईं, तब जाकर मरीजों को उपचार मिल सका, लेकिन आने वाले दिनों में यह व्यवस्था और ज्यादा बिगड़ सकती है। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। सुबह 10 बजे जिलेभर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी टाउन हाल के बाहर धरने पर बैठे और आंदोलन की रणनीति बनाई। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अंबर मालवीय ने बताया कि विभाग में 50 प्रतिशत पद संविदा से संविलियन किया जाकर नियमितिकरण का प्रावधान व अनुबंध प्रथा की पूरी तरह से समाप्ति कर दी। ईएल एवं चिकित्सयीय अवकाश दिया जाना, ग्रेच्युगटी एवं डीए की सुविधा संविदा कर्मचारियों पर लागू किया जाना, शासन द्वार विभिन्नी पदों हेतु वेतन विसंगति में सुधार किया जाना, निष्कासित सपोर्ट स्टाफ एवं एमपीडब्ल्यू की एनएचएम में वापसी तथा सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाए जाने सहित अनेक मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है।
0 Comments