सकल हिंदू समाज और क्रांतिकारी संत पंडित मोहित रामजी पाठक ने आज 200 साल पुराने सरकारी एक्सीलेंस स्कूल में मजार बनाकर किए जा रहे कथित भूमि जिहाद का विरोध किया। यह स्कूल न केवल ऐतिहासिक महत्व का है, बल्कि इसके अस्तित्व से शिक्षा और संस्कृति का संवर्धन जुड़ा हुआ है।
विरोध प्रदर्शन में सकल हिंदू समाज के कई वरिष्ठ सदस्य और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उन्होंने यह मांग उठाई कि सरकारी संपत्तियों का दुरुपयोग और ऐतिहासिक स्थलों पर कब्जा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्कूल की प्रधानाचार्या ने भी बताया कि डेढ़ साल पहले ही प्रशासन को आवेदन लिखकर इस प्रकार की मजारों को हटाने की मांग की गई थी, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पंडित मोहित रामजी पाठक ने इस मामले को समाज और प्रशासन के सामने रखते हुए कहा:
"यह मजार का निर्माण एक सुनियोजित षड्यंत्र है, जिसे 'लैंड जिहाद' के तहत अंजाम दिया जा रहा है। ऐतिहासिक और शैक्षणिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। प्रशासन को इस पर तत्काल कदम उठाना चाहिए।"
सकल हिंदू समाज ने प्रशासन से इस मजार को तुरंत हटाने और इस तरह के अवैध प्रयासों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर बड़े स्तर पर जनजागरण अभियान चलाने की घोषणा भी की गई है।
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