प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों पर बढ़ते अपराध से प्रदेश की बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है। महिलाएं-बच्चियां न तो घर में सुरक्षित हैं और ना ही घर के बाहर। दुर्भाग्य की बात है कि 724 गुमशुदगी के प्रकरण दर्ज किये गये हैं, 7 माह में 2319 बलात्कार और 150 से अधिक सामूहिक बलात्कार की घटनाएं सामने आयी हैं।
प्रदेश में युवाओं का भविष्य चौपट हो रहा है। लाखों की संख्या में नौकरी देने का वादा करने वाली तत्कालीन षिवराज सरकार और वर्तमान मोहन यादव सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। नौकरी के नाम पर पिछले चार साल में एक भी सरकारी नौकरी किसी भी युवा को नहीं मिली है।
प्रदेश दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार की घटनाओं में देष में अव्वल दर्जे पर है। दलितों पर अत्याचार की घटनाएं आये दिन सामने आ रही है। नीमच, मंदसौर, डिंडौरी, बालाघाट, हरदा, सीहोर, जबलपुर, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, इंदौर सहित प्रदेष के अधिकांष सभी जिलों में दलितों और आदिवासिंयों पर अत्याचार हो रही हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनीं हुई।
प्रदेश में अपराध इतने बढ़ गये हैं कि अपराधी बेखौफ होकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। दिन दहाड़ें दिल दहलाने वाली घटनाएं प्रदेश में घटित हो रही हैं लेकिन प्रदेष की कानून-व्यवस्था पूरी तरह दिवालिया हो चुकी है। प्रदेष में अपराधों का कोई छोर नहीं है। दलित, आदिवासी, महिला, युवा, किसान, छोटी बच्चियां, बच्चे सभी अपराधियों का शिकार हो रहे हैं।
तरह-तरह के टैक्सों और वसूली से प्रदेश की जनता जूझ रहीं है। बिजली के भारी भरकम बिलों, पानी की किल्लत फिर भी भारी भरकम बिलों के भुगतान, नगर निगम की तानाषाही से जनता जूझ रही है। वहीं प्रदेष में व्याप्त भारी महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। राशन पानी के लिए गरीब परिवार को जूझ रहा है, सब्जी, दाल, तेल से लेकर खाने की हर सामग्री इनती महंगी है कि जनता महंगाई की मार से दो वक्त की रोटी भी सही से नहीं जुटा पा रही है।
प्रदेश में अपराधियों के बीच कानून का कोई खौप नहीं है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और अपराध को अंजाम देने के बाद पुलिस-प्रशासन भी उनका कुछ बिगाड़ नहीं पाती। क्योंकि उन्हें सरकार और भाजपा नेताओं का संरक्षण प्राप्त होता है।
देश व प्रदेश में आज लोकतंत्र खतरे में है। विधानसभा के चुनाव हो या लोकसभा के चुनाव हो, नगरीय निकाय के चुनाव हो या पंच-सरपंच के भाजपा तानाषाही रवैया अपनाकर लोकतंत्र प्रणाली पर प्रहार कर रही है। शासन-प्रषासन पर दबाव बनाकर वह चुनावी प्रक्रिया पर हस्तक्षेप करती है जो देष के लोकतंत्र पर खतरा बनी हुई है।
कांग्रेस का प्रदेश व्यापी विधानसभा घेराव कार्यक्रम का आगाज 16 दिसम्बर को इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि उस दिन से मप्र में विधानसभा का शीतकालीन सत्र प्रारंभ होने जा रहा है और भाजपा सरकार अपनी मनमानी कर जनता के हक और अधिकारों पर डांका डाल रही है। प्रदेश में न महिलाएं सुरक्षित हैं, न बच्चियों, न किसानों की समस्याओं पर कोई ध्यान दिया जा रहा है, न युवाओं के भविष्य पर। दलितों और आदिवासियों के साथ हो रहे दमनकारी अत्याचार और लोकतंत्र की हत्या कर संविधान को तार-तार करने वाी भाजपा सरकार के खिलाफ सडक़ से सदन तक संषर्घ का शंखनाद कांग्रेस पार्टी द्वारा किया जा रहा है जो विपक्ष के माध्यम से सरकार को नींद से जगाने का आगाज है। जनहित के मुद्दों को लेकर जनता की आवाज को बुलंद करने कांग्रेस पार्टी प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी जी के आव्हान पर प्रदेष व्यापी विधानसभा घेराव करने जा रही है। घेराव कार्यक्रम में हजारों की संख्या में कांग्रेसजन शामिल होकर सरकार को कटघरे में खड़ा करेगी और भाजपा को नींद से जगाने का काम करेगी, ताकि सरकार जनता से किये वादों को पूरा करने के लिए बाध्य हो सके। सीहोर जिले के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं जनसमूदाय से विधानसभा घेराव के मौके पर अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बन्धु व कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से सुरेश साबू, प्रीतम दयाल चौरसिया, गीता देवी राठौर, राजेन्द्र वर्मा, रमेश गुप्ता, सुनील दुबे, ओम बाबा, जयंत शाह, राजेश भूरा यादव, निशांत वर्मा, राम प्रकाश चौधरी, विवेक राठौर, आशीष गेहलोत,नरेंद्र खंगराले, घनश्याम यादव, मजीद अंसारी, मोहिनी अग्रवाल, नरेन्द्र खंगराले, इरफानलाला, लकी सक्सेना, मांगीलाल टेमराई,आजम नेता, के.के.रिछारिया, भगत सिंह तोमर, तुलसी राजकुमार राठौर, आसिफ अंसारी, कमलेश चाण्डक, प्रदीप सरकार, सर्वेश व्यास, यश यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
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