सीहोर। किसी शासकीय शिक्षा संस्थान में किसी शिक्षक द्वारा शिक्षक शिक्षण का कार्य तो किया ही जाता है लेकिन उन बच्चों को शिक्षा के लिए स्कूल तक लाने और छुट्टी के उपरांत उन्हें वापस घर पहुंचाया जाता है। अगर ऐसा होता है तो निश्चित यह आश्चर्य की बात है। सीहोर मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर शासकीय प्राथमिक शाला मुंगावली में पदस्थ शिक्षिका श्रीमती विमला शाक्य अपने स्कूल में पढऩे वाले कक्षा 1 से 5 तक के अधिकांश बच्चों को उनके घर से लेकर अपने निजी वाहन द्वारा नि:शुल्क स्कूल तक स्वयं लाती है एवं छुट्टी के उपरांत पुन: उन बच्चों को अपने वाहन द्वारा सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचती हैं। शिक्षिका द्वारा उक्त कार्य एक या दो वर्ष से नहीं विगत कई वर्षों से निरंतर किया जा रहा है। साथ ही अपने दायित्वों का पालन करते हुए इन बच्चों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करती हैं। जब यह ज्ञात किया कि उनके द्वारा ऐसा क्यों किया जाता है तब पता चला कि ग्राम मुंगावली के अभिभावक अपने बच्चों को सडक़ के उस पार जाने एवं दुर्घटना की आशंका से स्कूल नहीं पहुंचाना चाहते। ऐसी स्थिति में शिक्षिका ने देखा कि ग्राम मुंगावली के बच्चे शिक्षा से वंचित न रह जावे जो कि उनके मूलभूत अधिकार है। तब उन्होंने यह बीड़ा उठाया कि ऐसे बच्चों को वह स्वयं अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर घर-घर से बच्चों को लाकर तथा सुरक्षित उनके घर पहुंचाती है। जिससे अभिभावक चिंता मुक्त होकर अपने बच्चों को शिक्षा के लिए स्कूल भेज रहे हैं। इनके इस प्रयास से स्कूल में बच्चों की संख्या काफी बढ़ी है।
0 Comments