भारत मुक्ति मोर्चा व राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने की आज भारत बंद की अपील





सीहोर। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास कुमार चौधरी पटेल के नेतृत्व में चार चरण में आंदोलन की घोषणानुरूप  पहला चरण 13 अगस्त 2024 को जिला स्तर पर रैली प्रदर्शन किया गया, दूसरा चरण 30 अगस्त 2024 को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन  एवं तीसरा चरण दिल्ली के जंतर मंतर पर 8 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन किया गया। जनगणना एवं संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में हिस्सेदारी सहित नो मुद्दों को लेकर आंदोलन किये गये। परन्तु कोई निष्कर्ष नही निकला। मोर्चे की मांग है कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना कराई जाए एवं संख्या के अनुपात में सभी क्षेत्रों में ओबीसी को हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए तथा एससी एसटी का बढ़ी हुई संख्या में अनुपात में आरक्षण बढ़ाया जाए। ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू होने के बाद अब 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा समाप्त हो गई है इसलिए जब तक जाति आधारित जनगणना नहीं होती है तब तक मंडल कमीशन के आंकड़े के मुताबिक ओबीसी को 52 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाए। चुनाव में ईवीएम में हो रही धांधली के विरोध में तथा बैलट पेपर के समर्थन में। ओबीसी से  असवैधानिक  क्रिमीलेर हटाए जाए तथा एससी एसटी पर क्रिमीलेरलगाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को वापस लिया जाए। केंद्र सरकार द्वारा ओबीसी के कि विकास के लिए बजट न देने एवं एससी एसटी के विकास के लिए भी पर्याप्त बजट नहींदेने के विरोध में। बिहार में जाति आधारित गणना के बाद ओबीसी एससी-एसटी के बढ़े आरक्षण पर हाईकोर्ट की रोक को सुप्रीम कोर्ट ने भी जारी रखा है इसलिए बिहार आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में डाला जाए। कई राज्यों में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण भी लागू नहीं है इसलिए सभी राज्यों में तत्काल मंडल का मिशन बताई गई ओबीसी की संख्या के आधार पर उसे उसी अनुपात में आरक्षण लागू किया जाए। रिजर्वेशन इम्पलीमेटेशन एक्ट बनाया जाए जिससे एससी एसटी ओबीसी के आरक्षण के साथ हो रही धोखाधड़ी को रोका जा सके। निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू कि या जाए। जिसको लेकर  30 अक्टूबर 2024 को भारत बंद किया जा रहा है इसमें भारतीय और मोर्चा का पुरा समर्थन है।


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