खराब सोयाबीन की फसल को लेकर मुआवजा व बीमा दिये जाने की मांग को लेकर आये दिन किसी ना किसी गाँव में किसान कर रहे हैं प्रदर्शन


सीहोर। सीहोर मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम चन्देरी के किसान व समाजसेवी एम.एस.मेवाड़ा नेतृत्व में विगत कई समय से धरना प्रदर्शन करते हुए मांग की है कि अतिवृष्टि के कारण खराब हुई सोयाबीन की फसल का मुआवजा देने एवं बीमा राशि देने की मांग को लेकर विगत् कई समय से  किसानों द्वारा पेड़ पर चढक़र जमकर घंटी बजाई। सीहोर जिले के दर्जनों गांव के किसान ग्राम चंदेरी के किसान व समाजसेवी एम.एस. मेवाड़ा के नेतृत्व में दर्जनों गांव में प्रदर्शन कर रहे हैं। खराब हुई सोयाबीन की फसल का शीघ्र सर्वे कराकर आरबीसी 6-4 के अंतर्गत तहसील से राहत राशि देने एवं बीमा राशि देने की मांग विगत एक महीना से आए दिन धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जा रहा है। मेवाड़ा ने यह भी कहा कि विगत् 5 वर्षों से प्राकृतिक आपदा के कारण सोयाबीन की फसल खराब हो रही है, जिसका आज तक बीमा किसानों को नही दिया गया है। जबकि बैंक द्वारा हर वर्ष सोयाबीन का बीमा के नाम पर पैसे तो काट लिये जाते हैं परन्तु बीमा नही दिया जाता है। विगत एक माह पूर्व किसान व समाजसेवी एम.एस. मेवाड़ा के नेतृत्व में ग्राम बमूलिया दोराहा से किसान भोपाल जाकर कमिश्नर को ज्ञापन दिया, मुख्य सचिव अनुराग जैन से मिलकर लकड़ी का हल भेट कर अपनी समस्या हल कराने की मांग की। ग्राम संग्रामपुर के किसानों ने जल सत्याग्रह किया। ग्राम लसूडिय़ा धाकड़ के किसानों ने पेड़ों पर चढक़र घंटी बजाई ग्राम रामाखेड़ी के ग्रामीण किसानों ने खराब हुई सोयाबीन की फसल का रावण बनाकर जलाया। ग्राम बिलकिसगंज के किसानों ने खराब हुई सोयाबीन की फसल में आग लगा दी। ग्राम तज एवं ग्राम अमरौद के किसानों ने खेतों में पड़ी सोयाबीन की फसलों में प्रदर्शन किया। किसी गांव के किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली, कई किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन दिया। इसी तरह सीहोर जिले के अलग-अलग गांव के किसानों ने विगत एक माह से धरना प्रदर्शन किया गया। परंतु शासन/प्रशासन द्वारा ना तो सर्वे कराया गया और ना ही मुआवजा/बीमा राशि दी गई। किसानों ने थक हार कर खराब सोयाबीन फसल की खेतों में हकाई शुरू कर दी। कई जगह किसान खराब फसल को काटकर फेंक रहा है लेकिन जिन गाँवों के किसानों ने प्रदर्शन कर मांग की उन गाँवों में शासन प्रशासन के कोई भी अधिकारी राजस्व अधिकारी, तहसीलदार के अधिकारी ना ही कृषि विभाग के अधिकारी मौके पर जाकर किसानों की खराब सोयाबीन की फसल सर्वे कराकर मुआवजा दिलाना तो दूर की बात बीमा तक नही मिला है। इस बात को लेकर ग्रामीण किसानों ने देश के प्रधानमंत्री मोदी जी, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी ज्ञापन सौंप कर सोयाबीन की खराब फसल का मुआवजा देने में बीमा राशि देने की मांग की गई है।


Post a Comment

0 Comments