सीहोर, 04 जून, 2025 भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए 15 जून से 30 जून 2025 तक धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष (डीएजेजीयूए) अभियान संचालित किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य लक्षित हस्तक्षेपों के माध्यम से देश भर के जनजातीय क्षेत्रों में सेवाओं और बुनियादी ढांचे को संतृप्त करना है। इस अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा की जनजातीय क्षेत्रों में निवास करने वाले नागरिकों की पात्रतानुसार सभी शासकीय योजनाओं एवं सेवाओं तक पहुंच हो सके।
15 जून से 30 जून तक लगाए जाएंगे शिविर
जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार "धरती आबा अभियान - जागरूकता और लाभ संतृप्ति शिविर" के तहत जिले के चयनित जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में 15 जून से 30 जून 2025 तक सेच्युरेशन शिविर लगाए जाएंगे। इस अभियान का उद्देश्य अंतिम मील स्तर पर व्यक्तिगत अधिकारों को संतृप्त करना और नागरिकों को जागरूक करना है। अभियान के तहत लगाए जाने वाले इन शिविरों में जनजातीय समुदाय के सभी पात्र व्यक्तियों को पात्रतानुसार विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा। कलेक्टर श्री बालागुरू के. ने सभी संबंधित अधिकारियों को भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार 15 जून से 30 जून 2025 तक जिले इस अभियान को संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
विभिन्न योजनाओं और सेवाओं का दिलाया जाएगा लाभ
पारंपरिक आईईसी अभियानों के विपरीत यह अभियान गांव-स्तर के क्लस्टर स्तर के शिविरों के माध्यम से अधिकारों की जमीनी स्तर पर पहुंच सुनिश्चित करेगा। इस अभियान के तहत जनजातीय समुदाय के पात्र नागरिकों की आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम-किसान, जन धन खाता, बीमा कवरेज, सामाजिक सुरक्षा (वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन), रोजगार और आजीविका योजनाएं (एमजीएनआरईजीए, पीएम विश्वकर्मा, मुद्रा ऋण), महिला और बाल कल्याण (पीएमएमवीवाई, आईसीडीएस लाभ, टीकाकरण) जैसी योजनाओं एवं सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित की जाएगी और उन्हें इनका लाभ दिलाया जाएगा। यह शिविर सीएससी, स्थानीय प्रशासन, फ्रंटलाइन श्रमिकों और विभागीय अभिसरण की सक्रिय भागीदारी के साथ संचालित होंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभ सभी पात्र जनजातीय व्यक्तियों और परिवारों तक पहुंच सकें।
विकासखंड एवं ग्राम स्तर पर किए जाएंगे शिविर आयोजित
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत ग्राम स्तर एवं विकासखंड स्तर पर 15 जून से 30 जून तक शिविरों को आयोजन किया जाएगा। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। अभियान के तहत जनजातीय कार्य विभाग, अन्य विभाग एवं जिला प्रशासन मिलकर कार्य करेंगे।
अभियान के तहत सीहोर जिले के 80 जनजातीय बाहुल्य ग्राम शामिल
इस अभियान के तहत सीहोर जिले के 80 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों को शामिल किया गया है। अभियान के तहत सीहोर विकासखंड के 05, आष्टा विकासखंड के 04, बुधनी विकासखंड के 08, इछावर विकासखंड के 28 और भैरूंदा विकासखंड के 35 ग्राम चयनित किए गए हैं। इन गांवों में सेच्युरेशन शिविर लगाकर पात्र हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। अभियान के तहत चयनित जिले के जनजातीय बहुल्य गांवों में रतनखेड़ी, बील खेड़ा खुर्द, अमामय, सालीखेड़ा, रबियाबाद, आवली खेड़ा, नारपा खेड़ी, पीथपुरा, श्यामपुरा मगरदा, कुडीखाल, ललिया खेड़ी, झरखेड़ा, गडिया, बोरपानी अलियस, दूदालावा, जामली, सुवाखेड़ा, मोया पानी, अलीपुर, नादान, वीरपुरा, पांगिया, धनखेड़ा, रामगढ़, सोहनखेड़ा, बावडिया चौर अलियस शहर, बलोंदिया, नवलपुरा, बामला दाद, अबिदाबाद, खामखेड़ा, लोटिया, चिकलपानी, झालपिपली, सरस, लोहा पठार, सेवनिया परिहार, मगरपथ, ढ़ोंगलपानी, इटावा खुर्द, पिपलानी, किशनपुर, घुटवानी, हामिदगंज, बोरखेड़ा खुर्द, मंजीखेड़ी, बसंतपुर पांगरी, छापरी, कुरी नायापुरा, सनकोटा, कोसमी, रुीकगंज, हबीब नगर, सिंहपुर, नलगांव, मोगरा खेड़ा, भिलाई, मरियादोह, पलासी कला, गिल्लौर, सेवनिया, आमाझिर, पाटतलाई, अमीरगंज, लावापानी, कोटरा पिपरिया, छतरकोटा, अमदो, खजूरी, ढ़ाबा, भीलपाटी, नरेला, चिचाहाखुर्द, झोलीपुर, खानपुरा, रतनपुर, कोसमी, मथर, खंदावद, देवगांव, खाटपुरा शामिल हैं।
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