सीहोर। आदिवासी तेजस्वी बालिकाऐं तेज धूप में बुधवार को शहर के गली मोहल्लों बाजारों घरों दुकानों पर दस्तक देती दिखाई दी। बालिकाओं ने मधुर भजनों के साथ नागरिको को शक्ति संवर्धन 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आमंत्रण पत्र दिया। यही नहीं भगवा वस्त्रधारी बालिकाओं ने सनातन धर्मियों को देश को आखंड बनाने और गायत्री महायज्ञ एवं कलश यात्रा में सम्मिलित होने का संकल्प भी दिलाया।
गायत्री शक्तिपीठ द्वारा शहर के माधव आश्रम सेकड़ाखेड़ी के पास आयोजित होने वाले शक्ति संवर्धन108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ को लेकर युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही है। इतिहास का पहला 108 कुंडी गायत्री महायज्ञ 27 अप्रैल से 30 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। गायत्री परिवार युवा महायज्ञ समिति के सह संयोजक मनोहर दांगी ने बताया की महायज्ञ के प्रचार प्रसार के लिए खंडवा जिले से गायत्री परिवार की रिंकी,चेतना,दीक्षा,चीमा, पंक्षी,अहाना,रविना बंसिका आदि के द्वारा अबतक बैसाली नगर, कस्बा, मंडी, गंज गंगा आश्रम क्षेत्रों में घर घर पहुंचकर भजनों के साथ यज्ञ का आमंत्रण दिया जा रहा है।
दांगी ने बताया कि 2500 कलशधारी बहनों एवं 1100 कन्याओं की सहभागिता से 108 कुंडी यज्ञ की कलश यात्रा निकल जाएगी। शांतिकुंज हरिद्वार की शेफाली दीदी ब्रह्म वादिनी बहनों द्वारा महायज्ञ संपन्न कराया जाएग। गायत्री परिवार के द्वारा 27 अप्रेल दिन रविवार को दोपहर 3 से गायत्री शक्तिपीठ से अद्भुत घोड़े बागी झांकियां आदिवासी नृत्य करती हुई बालिकाओं के साथ कलश यात्रा नगर के प्रमुख मार्ग से कलश यात्रा निकाली जाएगी। विशेष सामाजिक एवं सांस्कृतिक पहल के अंतर्गत 500 जोड़ी वस्त्रों का निशुल्क वितरण किया जा रहा है। महायज्ञ के पूणाहज़्ुति दिवस पर 500 वृक्षों का वितरण भी किया जाएगा। गायत्री शक्तिपीठ ने अभिभावकों एवं बालिकाओं से आयोजन में भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया गया है।
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