सीहोर। शहर में नपा आश्रय भवन संचालित करता है। जिसमें बड़ी संख्या में लोग ठहरते हैं और शहर के बुजुर्ग वहां समय काटने जाते हैं। वहां वो चर्चा करते हैं, लेकिन उनके लिए पत्र-पत्रिकाओं की कमी रहती है। बुजुर्ग किताबों के साथ समय बिताना चाहते हैं। किताबों के जरिए दुनिया से जुड़ कर अधिक समृद्ध चर्चा करना चाहते हैं। जिसके लिए उन्होंने नपा अध्यक्ष प्रिंस राठौर से किताबों की मांग की। जिसमें बाद उन्होंने शहर के शिवना प्रकाशन से इस बारे चर्चा की। शिवना प्रकाशन के प्रमुख शहरयार खान ने इस बारे में साहित्यकार पंकज सुबीर से चर्चा की। पंकज सुबीर देश भर में शिक्षा के लिए काम कर रही ढींगरा फैमिली फाउंडेशन के भारत के प्रतिनिधि है। उन्होंने ढींगरा फैमिली फाउंडेशन के जरिए नपा के आश्रय भवन के लिए दो लाख की किताबें सौंपी। किताबें नपा में एक कार्यक्रम में सौंपी गई। जिसमें परिषद पार्षद और कर्मचारी शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान नपा सीएमओ भूपेंद्र दीक्षित ने कहा कि किताबें हमारे ज्ञान को बढ़ाती हैं वो एक दोस्त की तरह। एक ऐसा दोस्त जो हमें समृद्ध करता है। हमारे बुजुर्गों को किताबों का साथ मिलेगा और वो भी समृद्ध होंगे। वहीं कार्यक्रम में नपा अध्यक्ष प्रिंस राठौर ने कहा कि हमारे पूरी संपत्ति चोरी हो सकती है, लेकिन ज्ञान कभी चोरी नहीं होता है। इसी लिए हमें समृद्ध होने के लिए किताबें पढ़ना चाहिए। अंत में साहित्यकार पंकज सुबीर ने कहा कि हमारी संस्कृति और परंपराओं को साहित्य और कला से ही जिंदा किया जा सकता है। इतने नपा अध्यक्ष रहे और किसी ने हमसे किताबें नहीं मांगी, पहली बार नपा ने किताबें मांगी हैं तो हमें खुशी हो रही है। शहर में एक पुस्तकालय बने इसके लिए नपा को प्रयास करना चाहिए। यदि नपा यह प्रयास करता है तो ढींगरा फैमिली फाउंडेशन इसके लिए 30 लाख रुपए तक की किताबें भेंट करेगा। परिषद सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में नपा सीएमओ भूपेन्द्र दीक्षित के अलावा पार्षद मुकेश मेवाड़ा, लोकेन्द्र वर्मा, मांगीलाल मालवीय, कलेश राठौर, अर्जुन राठौर और क्षेत्रवासी शामिल थे।
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