पीडि़त अनुसुचित जाति के लोगों ने दिया तहसील कार्यालय परिसर में धरना,सौपा ज्ञापन, मांगा न्याय हथियार लेकर पहुंचे दबंग लोगों ने मकान पर जबरदस्ती कब्जा करने के लिए जड़े ताले दलित परिवार के साथ की मारपीट




सीहोर। दबंगों से भयभीत पचामा के पीडि़त अनुसुचित जाति वर्ग के लोगों ने शनिवार को तहसील कार्यालय परिसर में न्याय की मांग को लेकर धरना दिया और जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर भी आक्रोश व्यक्त किया। दबंगों पर सख्त कार्रवाही सहित मकान वापस दिलाने की मांग को लेकर पीडि़तों ने तहसीलदार नीलम परसेडिया और शहर पुलिस अधीक्षक निरंजन सिंह राजपूत को ज्ञापन भी दिया।

दलित अनुसुचित जाति वर्ग के लोगों के साथ जिले में अन्याय अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। फरियादियों के द्वारा कई बार आवेदन निवेदन करने के बाद भी न्याय नहीं मिल रहा है एैसा ही मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के पचामा में सामने आया है जहां हथियार लेकर पहुंचे दबंग लोगों ने जबरदस्ती मकान पर कब्जा करने के लिए ताले जड़ दिए और दलित परिवार को मारपीट कर घायल कर दिया। पीडि़त दलित परिवार ने सौ नम्बर लगाकर पुलिस को बुलाया लेकिन कोतवाली पुलिस ने हमले के बचाव में एक दबंग को मामूली चोट लगने पर उटे पीडि़त दलित परिवार पर ही मारपीट का मामला दर्ज कर दिया।

परिजनों के साथ धरने पर बैठी पीडि़ता अयोध्या बाई पति रामचरण मालवीय निवासी ग्राम पचामा ने ज्ञापन में बताया की शुक्रवार 31 जनवरी की सुबह मुकेश चौहान, जसपाल चौहान और अन्य 5 लोग घर पर आये और डंडे पत्थर मारकर तोडा फोड़ी शुरू कर दी और दरवाजे पर ताला लगाने लगे, ताला लगाने से मना करने पर यह नहीं माने और मेरे बेटे राम प्रसाद और मुझ पर डंडे पत्थर ईटो से हमला कर दिया। 

पीडि़ता ने बताया की पचामा लसुडिय़ा रोड के पास उनके नि संतान भाई का मकान है बुजुर्ग भाई की देखरेख वही करती थी बीते दिनों भाई की मृत्यु हो गई जिस के बाद से ही मुकेश चौहान, जसपाल चौहान मेरे भाई से मकान को खरीदना बता रहे है लेकिन खरीदी के कोई भी दस्तावेज लिखा पढ़ी नहीं दिखा रहे है। जबकी भाई ने कभी मकान बेचा ही नही है। मकान हड़पने के लिए पंचायत से इन्होने फर्जी पटटा भी बनवा लिया है जबकी असली पटटा और दस्तावेज आज भी भाई के नाम पर ही है।

 पीडि़ता ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दबंगों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग प्रशासन से की है। ज्ञापन देने वालों में राम प्रसाद मालवीय, जितेंद मालवीय,देवराज मालवीय, राजेश मालवीय, बंटी मालवीय, सचिन मालवीय, रेखा बाई, बसंता बाई, माया बाई, रिना बाई सहित अन्य समाजजन शामिल रहे। 

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