उसके पस्चात महिलाओं के सशक्तिकरण पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस नाटक ने समाज में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण का प्रेरणादायक संदेश दिया। ग्रामीणों ने इसे बड़े ध्यान और उत्साह के साथ देखा और इसकी सराहना की।
शाम को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें नृत्य, संगीत और नाटकों से भरपूर कार्यक्रम आयोजित हुए। विशेष आकर्षण के रूप में, रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर आधारित एक प्रेरणादायक नाट्य प्रस्तुति की गई, जिसने दर्शकों को राष्ट्रभक्ति और साहस से प्रेरित किया। प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया, जो मनोरंजन के साथ-साथ सीखने और प्रेरणा का स्रोत भी बना।
चौथे दिन के इस सफल आयोजन ने न केवल ग्रामीणों को लाभान्वित किया, बल्कि शिविरार्थियों को समाज सेवा, जागरूकता और सांस्कृतिक धरोहर के महत्व से भी अवगत कराया। शिविर का चौथा दिवस कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. विनोद भट्ट, डॉ. देवब्रत गुप्ता, डॉ. श्वेता सिंह, और डॉ. पूजा के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
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