संत गुरुनानक देव, बिरसा मुण्डा की जंयती एवं सुशीलादेवी खंगराले के देवलोकगमन पर डॉ.अनीस खान ने किया नमन



सीहोर। सत्य की राह दिखाने वाले सिख धर्म के संस्थापक संत गरुनानक देवजी के 555 प्रकाश पर्व जन्मदिवस एवं जन नायक आदिवासियों के भगवान बिरसा मुण्डा की 150 वी जयंती स्थानीय संत रविदास मंदिर पर मनाई गई कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ समाजसेवी डॉ.अनीस खान द्वारा की गई पुष्प मालाऐं अर्पित एवं  श्रीमती सुशीला देवी खंगराले पत्नि स्वर्गीय नेकराम खंगराले पूर्व पार्षद तथा आष्टा के ग्राम रूपचंद गुराडिय़ा की दलित महिला श्रीमती मोतनबाई जांगड़ा की हृदय विदारक मृत्यु पर पुष्पमालाऐं एवं श्रद्धासुमन अर्पित किये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पत्रकार के.जी.बैरागी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी राजाराम बड़े भाई ने की। विशेष अतिथि के रूप में पंकज शर्मा, पत्रकार नितिन जोहरी, नारायण सिंह परमार, जांगड़ा समाज एकता परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष भँवरलाल सूर्यवंशी, नारायण सिंह परिहार, जनपद सदस्य प्रतिनिधि जयसिंह भारती थे। इस अवसर पर अतिथिगणों द्वारा संत गुरुनानक जी के बाणी की दोहराते हुए कहा कि संत धार्मिक आडम्बर और ऊच-नीच के विरोधी थे। उन्होने हमेशा अपने संदेश में कहा कि ईश्वर एक है। आगे अतिथियों ने बताया कि भगवान बिरसा मुण्डा आदिवासियों के जन नायक एवं उनके भगवान थे तथा वह जल जंगल जमीन के रक्षक थे। मुण्डा द्वारा अंग्रेजों के जंगलों पर कब्जे को लेकर बनाये अधिनियम का घोर विरोध किया। कार्यक्रम में शोकाकुल परिवार के दलित नेता पूर्व पार्षद नरेन्द्र खंगराले, श्रीमती आरती खंगराले पूर्व पार्षद, पन्नालाल खंगराले एवं अन्य समाज जनों में जांगड़ा समाज के अध्यक्ष दयाराम गवाटिया, दीपक सोनकर, शोभाराम अहिरवार, मुन्नालाल निरंजन, पूर्व जनपद सदस्य नर्बदा प्रसाद बकोरिया वासूदेव, पूर्व सरपंच नंद किशोर मालवीय, अनिल पुरविया, दीपक सोनकर, घनश्याम जाटव, राजेन्द्र डोडिया, बद्री प्रसाद दशवंत, परमल अहिरवार, स्वदेश नागर आदि उपस्थित थे।

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