आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जिन्हे लोग स्नेह से चाचा नेहरू कहते हैं। चाचा इसलिए भी क्योंकि वह बच्चों के सबसे प्रिय थे। यही वजह रही कि 14 नवंबर के मौके पर उनकी जयंती को बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता हैं। चाचा नेहरू के द्वारा प्रधानमंत्री पद दायित्व संभालते हुए देश को नाजुक दौर से उभारते हुए उन्होंने शैक्षिक, तकनीकी और चिकित्सा संस्थानों का एक नेटवर्क बनाया। जिनमें सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी और भारतीय प्रबंधन संस्थान आईआईएम की स्थापना की। इसी कारण से पंडित जवाहरलाल नेहरू को आधुनिक भारत के शिल्पकार के नाम से जाने गए। वे उन कुछ लोगों में से एक थे जिन्होंने देश और दुनिया पर बहुत प्रभाव डाला।
ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष निशांत वर्मा ने कहा कि चाचा नेहरू ने बड़े औद्योगिक, कृषि, सिंचाई और बिजली परियोजनाओं की विरासत देश के लिये स्थापित की। उनके द्वारा स्टील प्लांट स्थापित करने, बांधों के निर्माण और बिजली संयंत्र स्थापित करने जैसी परियोजनाओं ने भारत को तकनीकी और बुनियादी ढांचे के विकास के मार्ग पर अग्रसर किया। बच्चों के बीच पसंदीदा होने के कारण और लोकप्रिय रूप से चाचा नेहरू के नाम से जाने जाने के कारण,उनका जन्मदिन भारत में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। वह एक दूरदर्शी और देश की एकता और मानव जाति की स्वतंत्रता और उनके विश्वासों के लिए जाने जाते हैं। इसी तरह सभी कांग्रेसजनों ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये। अंत में आभार जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष सुनील दुबे ने व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से नेता प्रतिपक्ष विवेक राठौर, रमेश गुप्ता, सुरेश साबू, डॉ. अनीस खान, सीताराम भारती, राजेश यादव भूरा, घनश्याम यादव, भगत सिंह तोमर, पंकज शर्मा, मनीष मेवाड़ा, तारा यादव, तुलसी रामकुमार राठौर, संजय खत्री, कमलेश चाण्डक, विजय वरकरे, विकास विश्वकर्मा, शिवम त्यागी, पुनित मालवीय, उमन ठाकुर, ओम सोनी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।
0 Comments