किसानों से नियमित रूप से धान 02 जनवरी 2025 से उपार्जन केन्द्रों पर से किया जायेगा जिले में निर्धारित 17 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से धान उपार्जित धान विकय करने वाले किसानों के शीघ्र भुगतान के निर्देश

सीहोर,31 दिसम्बर,2024 खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 अंतर्गत जिले में निर्धारित 17 उपार्जन केन्द्रों से 14724 मे0 टन का उपार्जन किया जा चुका है। जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ श्री नितिन टाले ने निर्देश दिये है कि वर्षा की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए उपार्जन केन्द्रों पर उपलब्ध धान के सुरक्षित भण्डारण की व्यवस्था शीध्र कि जाये। उन्होने कहा कि वर्षा की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए उपार्जन केन्द्रों पर धान के सुरक्षित भण्डारण के लिए 30. 31 दिसंबर 2024 एवं 01 जनवरी 2025 03 दिवस समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन कार्य स्थगित किया गया था। जिन किसानों का स्लॉट बुक किया गया है उनके स्लॉट की वैधता अवधि 05 कार्य दिवस बढ़ाई जाती हैएवं इसकी सूचना SMS के माध्यम से किसानों को दी जा रही हैएवं समिति स्तर से भी किसानों को अवगत कराया गया है। अब 02 जनवरी 2025 से किसानों द्वारा नियमित रूप से धान का विक्रय उपार्जन केन्द्रों पर किया जा सकेगा।

      जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ श्री नितिन टाले ने कहा कि जिले के ई-उपार्जन पोर्टल में पंजीकृत कृषकों को धान विक्रय का अवसर देने के लिए उपार्जन की अंतिम 20 जनवरी से बढ़कर 23 जनवरी 2025 तक की गई है। समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान को असमायिक वर्षा से बचाव एवं सुरक्षित भण्डारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। उपार्जन केन्द्र पर भण्डारित धान का शीघ्रता से परिवहन किया जाये और गोदाम मे भण्डारण कराया जाए। धान परिवहन के लिए अनुबंधित परिवहनकर्ताओं के माध्यम से अधिक से अधिक वाहन लगाए जाए एवं आवश्यक हो तो अन्य परिवहनकर्ता/वाहनों का अधिग्रहण कर धान का परिवहन कराया जाए। उपार्जन केन्द्र पर धान का वर्षा से बचाव के लिए समितियों के माध्यम से तिरपाल / ड्रेनेज की व्यवस्था कर धान को कवर किया जाए। गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र पर खुले में भण्डारित धान को सहकारी समिति के माध्यम से गोदाम में धान की स्टेकिंग कराई जाए। समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान असमायिक वर्षा से किसी भी दशा में भीग कर खराब न हो।

      भारत सरकार द्वारा एफएक्यू मापदण्ड अनुसार धान का उपार्जन किया जाए जिसकी मॉनीटरिंग के लिए 03 सदस्यीय दल (केन्द्र नोडल अधिकारी) गठित हैएवं जिला स्तरीय अधिकारियों को केन्द्र आवंटित किये गए है। संबंधित अधिकारी/कर्मचारी आवंटित उपार्जन केन्द्र की सतत् मॉनीटरिंग करते हुए वर्षा से बचाव एवं एफएक्यू खरीदी कराना सुनिश्चित करें और समर्थन मूल्य पर धान विकय करने वाले किसानों के शीघ्र भुगतान किया जाये।

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